Sunday, April 10, 2011
भ्रष्टाचारी करें कीर्तन
-डॉ. अशोक प्रियरंजन
अन्ना ने जब त्यागा अन्न,
पूरा देश रह गया सन्न ।
जनता ने जो दिया समर्थन,
भ्रष्टाचारी करें कीर्तन।
सत्ता हिल गई, नेता हिल गए,
राजनीति के अभिनेता हिल गए।
जनमानस में भर गया जोश,
देशद्रोहियों के उड़ गए होश।
जागृति की अलख जगा दी
गांधीजी की याद दिला दी।
चलती रहें जो ऐसी तदबीर,
देश की फिर बदले तकदीर।
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15 comments:
डॉ. अशोक प्रियरंजन जी
सादर अभिवादन !
गज़्ज़ब लिखा है जी !
चलती रहें जो ऐसी तदबीर,
देश की फिर बदले तकदीर।
…लेकिन हर शख़्स को अब अन्ना बनना पड़ेगा…
* श्रीरामनवमी , वैशाखी ,महावीर जयंती की शुभकामनाएं ! *
- राजेन्द्र स्वर्णकार
आदरणीय अशोक जी आदाब...
बहुत सुन्दर लिखा है...बधाई.
bahut acchha dr saheb.........MERA DESH SONE KI CHIDIYA PHIR BANNA CHAHIYE, EK NAHI KAM SE KAM KUCCHH AUR ANNA CHAHIYE.
Sir, Salaam aapko... Bahut hi badhiya quality ki rachna hai aapki.. bus likht raiye...
चलती रहें जो ऐसी तदबीर,
देश की फिर बदले तकदीर। .....पढ़कर अच्छा लगा
कौन कहता है की तलवारों से क्रांति लिखी जाती है,
अब सत्य और अहिंसा जन-मानस को जगाती है.
चलती रहें जो ऐसी तदबीर,
देश की फिर बदले तकदीर। .....पढ़कर अच्छा लगा
कौन कहता है की तलवारों से क्रांति लिखी जाती है,
अब सत्य और अहिंसा जन-मानस को जगाती है.
आदरणीय अशोक जी बहुत सुन्दर लिखा है !अन्ना जी ने यह साबित कर दिया की आज के युग मैं भी सत्याग्रह कम कर सकता है, और इतने हिंसात्मक दोर मे भी अहिंसा का जादू चल सकता है ! बहुत बढ़िया !
bahut hi sundar bhav hain. Badhaii.
ANNA JI KE LIYE MERI 3 KAVITAYEN HAIN. TIME HO TO ZAROOR VISIT KAREN.
www.mdqamar.blogspot.com
gali gali barud bichhal ba,
bum ke dhua aakashe ba ,
ugra bad ke danka bajal,
biplav hot khulase ba.............
other words:
bhrastachari kisi ke nahi hain...
sanskar badalte hain nahi,
sarkar badal kar kya hoga,
jahan sare navik pagal hain,
ptawar badal kar kya hoga..........
gali gali barud bichhal ba,
bum ke dhua aakashe ba ,
ugra bad ke danka bajal,
biplav hot khulase ba.............
other words:
bhrastachari kisi ke nahi hain...
आदरणीय अशोक जी,
चलती रहें जो ऐसी तदबीर,
देश की फिर बदले तकदीर।
बिल्कुल सही है...
पर आम व्यक्ति को इतना तो करना होगा....
"और किसी की क्या बताएं... और क्या समझाएं
सुशासन लाना है तो अपने आप को समझाएं
किसी भी गलत छवि वाले व्यक्ति को मत न दें..
और ससक्त जनलोकपाल पर चर्चा अवश्य करें !!"
"भ्रष्टाचारी करें कीर्तन"
लेकिन किसके साथ बैठ कर ?
अन्ना या उनसे दूर अरविन्द या उनसे भी दूर किरण ?
सुनो अन्ना @
www.neel-pardeep.blogspot.com
अशोक जी आपने बहुत अच्छा लिखा है।
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